शीर्षक - आँधी
लेखिका - गीता धर्मराजन
चित्रकार - अतनु रॉय
प्रकाशक - कथा
गीता धर्मराजन द्वारा शब्दबद्ध और अतनु रॉय द्वारा चित्रित आँधी नन्हे पाठकों के लिए कथा की एक नयी भेंट है. कविता रूप में रचित यह रंगों से भरी किताब एक रोचक यात्रा पर ले चलने को तैयार है.
एक धूल भरी आँधी अनेक सूखे पत्तों को ले कर बह निकली है और उसका बहाव इतना तेज़ है कि वह अपने साथ एक नन्ही बच्ची को भी आसमान की सैर पर उड़ा ले चली है. वहाँ अनेक रंग-बिरंगे व खुशिओं भरे नज़ारे आतुर हैं उस बच्ची के साथ खेलने के लिए. जो-जो इच्छाएँ एक नन्हे बच्चे की होती हैं और जो-जो सपने वह देखता है, मानो इस आसमान की सैर में वे सब पूरे हो रहे हैं. बादलों पर जाना, तितली बन उड़ना, इन्द्रधनुष से बातें करना, पंख पसार हवा से बातें करना तथा हवा में तैरते रंग-बिरंगे गुब्बारों पर फिसलना. कौन नहीं जाना चाहता इस अद्भुत सपनों की दुनिया की सैर पर. तो देर किस बात की है? उठाइये यह किताब और भरिये अपने सपनों में सुन्दर सजीले रंग.
लय में बँधे शब्द हवा के बहाव के किल्कुल अनुरूप जान पड़ते हैं और विचारों को अनोखी उड़ान देते हैं. छोटे बच्चों में हिंदी भाषा के प्रति लगाव जगाने के लिए ऐसी कविताएँ अमूल्य साधन का काम करती हैं.
लेखिका - गीता धर्मराजन
चित्रकार - अतनु रॉय
प्रकाशक - कथा
गीता धर्मराजन द्वारा शब्दबद्ध और अतनु रॉय द्वारा चित्रित आँधी नन्हे पाठकों के लिए कथा की एक नयी भेंट है. कविता रूप में रचित यह रंगों से भरी किताब एक रोचक यात्रा पर ले चलने को तैयार है.
एक धूल भरी आँधी अनेक सूखे पत्तों को ले कर बह निकली है और उसका बहाव इतना तेज़ है कि वह अपने साथ एक नन्ही बच्ची को भी आसमान की सैर पर उड़ा ले चली है. वहाँ अनेक रंग-बिरंगे व खुशिओं भरे नज़ारे आतुर हैं उस बच्ची के साथ खेलने के लिए. जो-जो इच्छाएँ एक नन्हे बच्चे की होती हैं और जो-जो सपने वह देखता है, मानो इस आसमान की सैर में वे सब पूरे हो रहे हैं. बादलों पर जाना, तितली बन उड़ना, इन्द्रधनुष से बातें करना, पंख पसार हवा से बातें करना तथा हवा में तैरते रंग-बिरंगे गुब्बारों पर फिसलना. कौन नहीं जाना चाहता इस अद्भुत सपनों की दुनिया की सैर पर. तो देर किस बात की है? उठाइये यह किताब और भरिये अपने सपनों में सुन्दर सजीले रंग.
लय में बँधे शब्द हवा के बहाव के किल्कुल अनुरूप जान पड़ते हैं और विचारों को अनोखी उड़ान देते हैं. छोटे बच्चों में हिंदी भाषा के प्रति लगाव जगाने के लिए ऐसी कविताएँ अमूल्य साधन का काम करती हैं.
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