Sometimes one just needs a nudge for the deep-seated feelings to come pouring out. This happened with me recently when I was asked to compose an article on Bangalore for a prestigious magazine ‘Atulya Bharat’ and after writing it, I felt, perhaps this is what I have been wanting to do for a very long time. So here is a tribute to my soul-city : Bangalore.
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बैंगलोर - कुछ ज़्यादा अपना सा
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जीवन पर्यन्त हम अनेकों शख्सियतों से मिलते हैं | कइओं को करीब से जानने का मौका मिलता है तो कइओं से सिर्फ औपचारिकता का सम्बन्ध ही बन पाता है | पर कुछ ऐसे व्यक्तित्व के मालिक होते हैं जो हमारे अति आत्मीय जन बन जाते हैं| उनके साथ चाहे कम ही समय व्यतीत किया जाए पर ऐसी अनुभूति होती है मानो वे हमें सदियों से जानते और समझते हैं और ऐसी ही भावना हमारी उनके लिए भी होती है| उनके साथ किसी भी औपचारिकता की कोई आवश्यकता ही महसूस नहीं होती| उनके साथ बात करना ऐसा जान पड़ता है जैसे हम अपने आप से ही बात करे रहे हों|
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Hunsali Organic Farm and Farmstay
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Our daughter was asked to make a report on a dairy or a poultry farm as
part of her school holidays homework. While browsing through some of the
dairy far...